केंद्र मंत्रालय ने बुधवार 29 अप्रैल को सभी राज्यों को दिशा निर्देश जारी किये है के अपने यहाँ फसे Laborer स्टूडेंट और टूरिस्ट को Interstate Transport Movement को लागु करें ताके देश में lockdown का पालन सही तरीके से हो सके
24 मार्च से Lockdwon होने के बाद देश में विभिन शहरों में काम कर रहे labors को काफी परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है। जैसा के हम सब जानते है के दिल्ली में Lockdown के पहले हफ्ते में दिल्ली बॉर्डर पर लाखों की संख्या में मजदूर अपने अपने गांव जाने के लिए जुट गए थे और प्रशासन को इन मजदूरों को सम्भाल पाना मुश्किल हो रहा था
अब इन सब के बाद एक रहत देने वाली खबर आई है के केंद्र मंत्रालय ने सभी राज्यों को दिशा निर्देश जारी किये है के वो अपने यहाँ फसे Labors , student , Tourist और धार्मिक यात्रा पर गए श्रद्धालु को अपने अपने घर वापस भेजने की तैयारी करें
हाल ही में हुए PM Modi की मुख्यमंत्रियों की वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में सभी मुख्या मंत्रियों ने अपने यहाँ फसे मज़दूरों की बात PM मोदी के सामने रखते हुए इस परेशानी को लेकर अपनी चिंता ज़ाहिर की इसके बाद केंद्र मंत्रालय ने इस विषय को देखते हुए बुधवार को एक दिशा निर्देश जारी किया
क्या है वह दिशा निर्देश
राज्य सरकारें, जिन्होंने सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी है, केवल आवश्यक सेवाओं की आवाजाही की अनुमति दे रही है, अब देश भर में फंसे सैकड़ों हजारों लोगों को सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने के लिए एक-दूसरे के साथ समन्वय करेगी।
केंद्र ने कहा कि राज्यों को भेजने और प्राप्त करने के लिए सड़क मार्ग से आवाजाही के लिए सहमत होना चाहिए, क्योंकि यह स्पष्ट है और असममित पाया जाता है, केंद्र ने कहा कि राज्यों को भी अच्छी तरह से स्वच्छता बसों का आयोजन करना चाहिए।
अपने गांव पर पहुंचने पर, ऐसे व्यक्तियों को स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जांचा जाएगा, और घर के संगरोध में रखा जाएगा, जब तक कि मूल्यांकन के लिए व्यक्ति को संस्थागत संगरोध में रखने की आवश्यकता न हो, "उन्हें आवधिक स्वास्थ्य जांच के साथ रखा जाएगा
देश में चल रही महामारी को देखते PM Modi ने लोगों से अपील की थी के जो जहाँ है वह वही रहे लेकिन जो लोग दिहाड़ी के काम पर थे ना तोह उनके पास खाने को पैसे न रहने के लिए घर ऐसे में Lockdown की वजह से उनका जीना दुश्वार हो गया है हमने देखा के हज़ारों की संखिया में मज़दूरों ने अपने घर सफर पैदल शुरू कर दिया था किसने ने 1200 किलोमीटर कर सफर करना था किसीने 800 का , कोई अपने घर वापस लौटा तोह किसी की रस्ते में मौत हो गयी
देश के कई इलाकों में मज़दूरों ने अपने घर वापस जाने के रस्ते पर उतर कर तोड़ फोड़ की जिस के कारण पुलिस प्रशासन को मज़दूरों पर सख्ती से करवाई करनी पड़ी। इसके बाद देश के विभिन राज्यों में लबोरस के लिए शेल्टर बनाये गए और उनका खाने पीना का इंतेज़ाम वही किया गया
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